रविवार, 27 दिसंबर 2020

कोंग्रेस के आढ़तियों का आंदोलन भाग 4

कोंग्रेस के आढ़तियो का आंदोलन

 मैन पहले 2-3 ब्लॉग लिखे थे किसान आंदोलन के नाम से,, पर आज में उनका नाम सरे आम बदल रहा हु क्योकि अब मुझे ओर सारे देश को यकीन हो गया है के इस आंदोलन में एक भी किसान हो ही नही सकता
  23 जनवरी 2020 को एक सच्चे सिख पत्रकार  हरनेक सिंग नेकी जो इस आंदोलन की पोल खोल रहे थे उनको चाकू से गोंद डाला गया, ओ भी अचानक ओर छुपके से वार कर के, ओर फिर भाग गए आतंकी,, तो ओ न तो सच्चे सिख हो सकते है न सच्चे किसान, क्यो की में जानता हूं, ये हरकत मेरे भारत का न सिख कर सकता है न किसान
 दूसरी घिनोनी हरकत जो ये कोंग्रेसी आढ़तियों ने की , महिला पत्रकार  पर अशील ओर भद्दी टिपणी
 तो मेरे भारत  का सच्चा सिख ओर किसान ये काभि कर ही नही सकता,
 क्यो की मेरे भारत के सीखो का ओर किसानों का हमेशा इतिहास रहा है, के उन्होंने भारत के नारी के सन्मान के लिए अपने जान की बाजी लगाई है

 तीसरी वजह उस आंदोलन में  भारत के प्रधानमंत्री मोदी को भद्दी गालियां देना और मोदी मर गया जैसे नारे भी मेरे भारत का न किसान दे सकता है न कोई सच्चा सिख

 ये जो कोंग्रेसी गद्दार आढ़तिये ये सब करा रहे है ( स्ट्रिंग में कोंग्रेस के बड़े नेता ये कहते दिखाए जा रहे है tv चैनल पर के ये सब हम कर रहे है, इसका खर्चा भी)
 हम सारे भारतीयों को हमेशा ये याद रखना चाहिए के देशभक्त कौम सिख ओर किसान को बदनाम करने का ये सबसे बड़ा षडयंत्र है

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