आज देश शर्मिंदा है। आढ़तियों का नही देश द्रोहियों का आंदोलन
आज 26 जनवरी 2021 को जो भी दिल्ली में हुआ, उस पर हम फौजी तो शर्मिदा है ही, देश में का हर इंसान हर भारत वासी शर्मिंदा है।
आज पहली बार आझाद भारत के इतिहास में मेरे देश का तिरंगा उताकर ,आंतकवादी यो ने अपना झंडा लगा दिया।
हर चैनल के फुटेज में जो पगड़ी पहने सिख नझर आरहे क्या ओ सही में सरदार थे? या सरदारों को बदनाम करने वाले कोई नकलची।
गुरु तेग बहादुर से लेकर आज तक हर सरदारों ने इस देश के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी। फिर ये कौन थे?
काश दिल्ली पुलिस के जगह आज कोई डिवटी पर का फौजी होता या कोई निव्रुत सैनिक भी होता, तो ओ सबसे पहले, लाल रंग किले पर तिरंगे को उतारने वाले को पहले गोली मारता ,ओर फिर भले ही शाहिद हो जाता।
1942 में क्या इसी दिन के लिए नेताजी सुभाषचंद्र बोस में आझादहिन्द सेना की स्थापना कर के, ये नारा दिया था, चलो अब दिल्ली? चलो दिल्ली, दिल्ली के लाल किले पर तिरंगा फहराना है। क्या यही दिन देखने के लिए आझाद हिन्द सेना के 30 हजार सैनिको ने अपने जान की आहुति दी थी?
क्या भारत के गृहमंत्री का भी ये फेल नही? जँहा खुद रहते है, वहां ये होने वाला है, क्या इसकी भनक भी अमित शाहा को नही लगी?😡
क्या कर रहा है दिल्ली का मुख्यमंत्री? क्या उसीकी साजिश है?😡
ओर कँहा गए ओ जांबाज सरदार ,जो चिड़िया से बाझ लड़ाने का, 1 लाख से एक लड़वाने का दावा करते है? क्या लाल किले की भीड़ में कोई भी सच्चा सरदार न था?😡
क्या यही दिन देखने के लिए हमने बीजेपी को सत्ता सोपी थी?
हम सब जानते है, कोंग्रेस, राष्ट्रवादी कोंग्रेस, ममता ,माया ,केजरीवाल, शिवसेना, सभी विरोधी सरकार की विरोधी है, देश मे दंगे फसाद फैलाना ओर सरकार को गिराना उद्देश्य लेकर काम कर रही है। पर राजनीतिक विरोध और देशद्रोह का फर्क भी ये लोग भूल गए?😡
विरोधी मोदी का विरोध करते करते देशद्रोही बन गए।😡
ये देश आज शर्मिदा है, शर्मिंदा है।
हम भारत सरकार से निवेदन करते है, इस आंदोलन के हर नेता को देशद्रोह के केस में तमाम उम्र जेल में ठोके, या उसी लाल किले पर फाँसी पर लटका दे। और cctv ,मीडिया फुटेज से जाँच कर हर उस गद्दार को उम्र भर जेल में डाले, ओर देश की संपत्ति की वसूली हो, ओर जिस जिस आंतकवादी ने तिरंगा उतारा उसे सरे आम उसी किले पर गोली से उड़ा दे।
ओर उन जज को भी न बक्शे जो संविंधान ओर देशप्रथम में फ़र्ख न समझता हो।😡
दिल्ली के पोलिस के पास हत्यार शोभा के लिए नही दिए, उसे देश की इज्जत को बचाने के लिए दिए है, ये है पोलिस के आला अधिकारी को पढ़ाये।
में चाहता तो आज दिल्ली के इस शर्मनाक करतूतो के कई वीडियो डालता। पर में ऐसा नही करूँगा। ये भी देश का अपमान होगा
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