पराक्रम दिवस पर भारत माता की जय, जयश्रीराम के नारों से बंगाल का अपमान हुआ:- ममता खान
कल 23 जनवरी को अखंड आझाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री यव राष्ट्रपति नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जन्म दिवस, जिसे अब पराक्रम दिवस की तौर पर मनाने का भारत सरकार ने शुरवात की है। इसी के तहत कल बंगाल में सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख को आमंत्रित किया गया था। जिसमे भारत के प्रधानमंत्री विश्व के नंबर वन नेता श्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद थे, ओर भी सभी पार्टियों के नेता भी।
उस मे नेताजी की जय के साथ साथ भारत और विश्व के आराध्य श्री राम की जय, भारत माता की जय के भी नारे में जनता ने नारे लगा ये। तो पछिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता खान भड़क गयी, ओर उसने कँहा के ये मेरा ओर बंगाल की जनता का अपमान है। इस तरह ममता ने आज सारे भारत को ये संदेश दे दिया के ओ असली भारत विरोधी है।
बंगाल की जनता के लिए , भारतमाता की जय, ओर जयश्रीराम का नारा हजारो वर्षों से गौरवशाली रहा है। ममता ने बंगाल में आकर भी, बंगाल की असली संस्कृति को पहचाना नही।
बस अब यही मुद्दा भारतीय जनता पार्टी चुनाव में उठा देगी। क्यो की इस पार्टी को तो हमेशा भारत प्रथम ही है।
ममता ने 2014 के बाद बदला भारत को पहचान ने में भूल की है। इस देश मे अब हर भारत वासी भारत को पूरी दुनिया मे उसी स्थान पर ले जाने के लिए चल पड़ा है, जो ओ हजारो साल पहले था।
सोने की चिड़िया जिसे कहते थे, ओर जिसकी सीमाएं ईरान से लेकर चीन तक थी, ओर जिसको दुनिया का सर्वश्रेष्ठ देश कहा जाता था।
ममता खान वही भूल कर गई जो कोंग्रेस ओर बाकी विपक्ष की पार्टियां ने की। आज भारत मे किसी भी कोने में ओ नेता/ या ओ पार्टियां काभि भी राज नही कर पायेगी ,जो मुस्लिम परस्त हो, हिन्दू विरोधी हो, ओर जो मोदी की गाली देती हो।
ये नया भारत है, यँहा विकास सबसे ऊपर है। ओर विकास का दूसरा नाम मोदी है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें