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शनिवार, 30 जनवरी 2021

मोदी और बाज।

*मोदी और बाज* बाज की तेज नझर ओर तेज पकड़ से तो हम वाकिफ है, हम जानते है ऊंचे आसमान में रहकर भी हो जमीन पर के हर साँपो पर नझर रखता है, ओर पकड़ पकड़ पर मारता भी है। और उसकी उड़ान सबसे ऊंची होकर भी ,आवाज कभी नही होती, न उसके पंख फड़फड़ाने की, न शिकार करते समय, शिकार को पता भी चलता है, के कब उसका शिकार हो गया, ओर जब कोई एक बार उसके पंजे में आजाता है, उसका बचना नामुमिकन हो जाता है। एकमात्र पप्पू पक्षी जो एक बाज को चोंच मारने की हिम्मत करता है, वह है- *रेवेन*। यह बाज की पीठ पर बैठता है और उसकी गर्दन पर अपनी चोंच से काटता है। हालांकि बाज जवाब नहीं देता और न ही रैवेन से लड़ता है। बाज रेवेन के साथ लड़ने में समय ओर ऊर्जा बर्बाद नहीं करता है। बाज सिर्फ अपने पंख खोलता है और आसमान में ऊँची उड़ान भरने लगता है। उड़ान जितनी ऊँची होती जाती है, रेवेन को सांस लेने के लिए उतनी ही कठिनाई होती है और अंत में ऑक्सीजन की कमी के कारण रैवेन गिर जाता है। इसीलिए कभी-कभी सभी लड़ाइयों का जवाब देने की आवश्यकता नहीं होती है। लोगों के तर्कों या उनकी आलोचनाओं के जवाब देने की कोई आवश्यकता नहीं है, बस अपना स्टैंडर्ड ऊपर उठाएं, वे स्वतः ही गिर जाएंगे। सो पप्पू, खेजरी, शरद, ममता, आलू, अब्दुल्ला, खिसोदिया, डिकेत,ओर उसके जैसे देशद्रोही रोज क्या बकते है, ध्यान मत दो। बस बाज का खयाल रखो🙏

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